मुझे लोग यूं ही बदनाम करते हैं कोई मेरे दिल में झांककर नहीं देखता हम सच्चे और शरीफ कितने हैं कुछ ऐसे इंसान हैं जो बाहर से देखकर हकीकत की परख करने में जुट जाते हैं मगर यह नहीं सोचते असली राज अंदर छुपा रहता है
दिल को चुरा लेने का अंदाज उसमें है यूंही इंकार कर मुझे सताने का तरीका ढूंढ लेती है धक्का मार कर मुझको प्यार करने का इशारा ठोक देती है ऐसी अप्सरा है वहां कहां अपना गुजारा है उसके बारे में ख्वाबों में भी कभी सोच लूं मेरा दिल मुझको डांट देता है