अपनी चाहतों को हमसफर बन कर मेरे साथ चलने दो गुजारा हो नहीं सकता अकेले अपनी मोहब्बत को धीरे धीरे यूं ही परवान चढ़ने दो भुला देंगे सारी दुनिया को अपने प्यार को हर वक्त मेरे करीब रहने दो
मुझे लोग यूं ही बदनाम करते हैं कोई मेरे दिल में झांककर नहीं देखता हम सच्चे और शरीफ कितने हैं कुछ ऐसे इंसान हैं जो बाहर से देखकर हकीकत की परख करने में जुट जाते हैं मगर यह नहीं सोचते असली राज अंदर छुपा रहता है